शनिवार, अक्तूबर 10, 2009

ओबामा को नोबेल


अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को शान्ति का नोबेल पुरस्कार देने का इलान किया गया है। दुनिया के और दूसरे पुरस्कारों की तरह अब नोबेल के बारे में भी ऐसा कहा जाने लगा है की अब इस पुरस्कार की भी कोई बहुत ज्यादह अहमियत नही रह गई है। ओबामा ही नही इस से पहले भी नोबेल इनाम खास तौर पर शान्ति का नोबेल ऐसे कई लोगों को मिल चुका है जिन्हों ने दुनिया में शान्ति फैलाने के बजाये फसाद फैलाया। जहाँ तक ओबामा का सवाल है तो सिर्फ़ अल काएदा या सिर्फ़ तालिबान वाले ही ओबामा को पुरस्कार देने को ग़लत नहीं मान रहे हैं बल्कि दुनिया में लाखों ऐसे लोग है हैं जिनकी नज़र में ओबाम अफगानिस्तान या फिर इराक में जो कर रहे हैं वोह सही नही है। दुनिया में अमेरिका की वजह से शान्ति है या फसाद इस से हर कोई अवगत है । ऐसा नही है की तालिबान या अल काएदा के लोग जो कर रहे हैं वोह सही है मगर ओबामा और उनके लोग जो कर रहें हैं वोह भी सही नही है। ओबामा ने अब तक जो किया है उसे देख कर ऐसा नही लगता की वोह इस इनाम के हकदार थे।

2 टिप्‍पणियां:

दिगम्बर नासवा ने कहा…

अगर इस तरह से पुरूस्कार bantenge तो तो vishvasniyta khatm honi ही है ..........

महेन्द्र मिश्र ने कहा…

ओबामा को नोबल पुरस्कार देने का औचित्य समझ से परे है इन्होने एक साल के कार्यकाल में शांति के लिए कोई भी प्रयास नहीं किये . आश्चर्य की बात है आजीवन जो काम नेहरू और गाँधी नहीं कर सके वो क्या ओबामा ने किये है यह प्रश्नचिह्न है . नोबल पुरस्कार ऐसा लगता है की सिर्फ यूरोपियन लोगो के लिए है ....